Posted in

कोरोना महामारी से प्रभावित व्यक्ति के उपचार में सहायता करने वाले डॉक्टर ने उनका इलाज करके उन्हें आर्थिक मदद भी पहुंचाई।

विशेष परिस्थिति में जानकारी उपलब्ध है, जिसके कारण जीडी अस्पताल में हलचल मच गई। एक रोगी … कोरोना महामारी से प्रभावित व्यक्ति के उपचार में सहायता करने वाले डॉक्टर ने उनका इलाज करके उन्हें आर्थिक मदद भी पहुंचाई।Read more

विशेष परिस्थिति में जानकारी उपलब्ध है, जिसके कारण जीडी अस्पताल में हलचल मच गई। एक रोगी के परिवार के बीच विवाद के बाद, एक वीडियो देखा गया और इसलिए प्रबंधन ने कदम उठाया। वैज्ञानिक समूह ने अस्पताल पहुंचने के बाद दोनों पक्षों की प्रतिक्रिया सुनी। जांच के बाद आगे की कार्रवाई करने का निर्णय लिया जाएगा।

रतलाम के गीता देवी अस्पताल की फोटो।

मुख्य बिंदु

  1. कलेक्टर राजेश बाथम ने निर्देशित जांच शुरू की
  2. अस्पताल प्रबंधन ने आरोपों का खंडन किया
  3. 20 हजार जमा किए गए, इलाज में 6920 रुपये खर्च हुए

न्यूज़स्टेट24 प्रतिनिधि, रतलाम : मध्य प्रदेश में रतलाम के जीडी अस्पताल में एक रोगी के उपचार की गलत जानकारी देने और संबंधित व्यक्तियों से रुपये मांगने व मारपीट करने की शिकायत सामने आई है। इस मामले में जांच भी आरंभ की गई है।

मंगलवार को जांच दल ने रोगी के परिवार और अस्पताल कर्मचारियों से साक्षात्कार लिया। जांच रिपोर्ट सीएमएचओ के माध्यम से कलेक्टर को भेजी जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

Also Read: सागर में महिला पुलिस कांस्टेबल के निवास पर चोरी का मामला: चोरों ने दरवाजे का ताला तोड़कर प्रवेश किया और अलमारी में रखे सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए।

घायल युवक अस्पताल से बाहर आया और हंगामा करने लगा

  • सोमवार को युवक बंटी का मोतीनगर में विवाद हो गया था। आरोपी ने बंटी पर कुल्हाड़ी से हमला किया था। गंभीर चोट होने पर बंटी को संबंधित व्यक्तियों ने पहले मेडिकल कॉलेज और फिर जीडी अस्पताल ले जाया।
  • दोपहर में बंटी की नाक में लगी नली और यूरिन की थैली लेकर संबंधित व्यक्तियों के साथ अस्पताल से बाहर आया और शोर मचाते हुए कहने लगा कि अस्पताल में बार-बार रुपयों की मांग की जा रही है। यहां किसी को भर्ती मत करना।
  • संबंधित व्यक्तियों ने कहा कि 20 हजार रुपए पहले जमा करा लिए गए थे। हंगामे की वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. एमएस सागर ने तीन सदस्यीय जांच दल की गठन की थी।
  • मंगलवार को जांच दल में शामिल डॉ. बीएल तापड़िया, डॉ. प्रणव मोदी और आशीष चौरसिया जीडी अस्पताल पहुंचे। यहां अस्पताल के कर्मचारी, प्रबंधक डॉ. लेखराज पाटीदार आदि के बयान दर्ज किए गए।
  • बयान में अस्पताल के कर्मचारी ने उपचार करने और 20 हजार रुपए जमा करवाने की बात कही है। उपचार में 6920 रुपए खर्च होने और शेष राशि वापस देने की सूचना रोगी के परिवार को दी गई है।

यहाँ भी क्लिक करें – एक साथ मिलने लगी एक महीने की दवाईयां, बार-बार नहीं आना होगा अस्पताल

पत्नी ने कहा- पति होश में थे, अस्पताल ने कहा कोमा में हैं

वहाँ शिकायतकर्ता बंटी और उनके परिवार दोपहर में जिला अस्पताल के सीएमएचओ ऑफिस पहुंचे और साक्षात्कार दर्ज कराया। उनके साक्षात्कार में सभी ने अस्पताल में कर्मचारियों द्वारा अशोभन करने और अधिक राशि मांगने के आरोपों को दोहराया गया है। मामले में बंटी की पत्नी लक्ष्मी निनामा ने कलेक्टर कार्यालय में भी शिकायत की है।

उन्होंने बताया कि जीडी अस्पताल में ले जाने पर डॉक्टरों ने हजार रुपये जमा करवाए और रुपये मांगने पर एक लाख रुपये और मांगे। उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में जोरदार चिल्लाया, पर डॉक्टरों ने उनकी बात को नकारा। उन्होंने कहा कि पति कोमा में हैं, जबकि पति होश में थे और उन्हें देखने की भी अनुमति नहीं दी गई। उनके साथ अशोभन व्यवहार किया गया और गाली-गलौज भी की गई।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb

Exit mobile version