बहुजन इंटेलेक्ट (पेरिफेरल डिवीजन – ग्राम दीपड़ी एवं समरधा) द्वारा दीपड़ी फार्म हाउस, भोजपुर रोड पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संविधान जागरूकता और महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पित था, जिसमें ग्राम दीपड़ी और समरधा की सैकड़ों महिलाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
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कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मेजर प्रभाकर सिंह और विद्या कांबले ने संविधान और महिलाओं के अधिकारों पर गहन चर्चा की। इस अवसर पर मेजर प्रभाकर सिंह ने कहा, “संविधान केवल एक किताब नहीं है, बल्कि यह हमारे अधिकारों और कर्तव्यों का संरक्षक है। जब महिलाएं इसे समझेंगी, तो वे समाज में अपनी भूमिका को और प्रभावी ढंग से निभा सकेंगी।” विद्या कांबले ने अपने संबोधन में बताया, “महिलाओं के लिए यह समझना आवश्यक है कि संविधान उन्हें सुरक्षा और समानता का अधिकार देता है। यदि महिलाएं अपने अधिकारों से अवगत होंगी, तो वे अन्याय और भेदभाव के खिलाफ मजबूती से खड़ी हो सकेंगी।”
महिला नेतृत्व में सफल आयोजन की संयोजक संध्या मनहार ने कहा, “यह कार्यक्रम महिलाओं की बढ़ती जागरूकता और सशक्तिकरण का प्रतीक है। आज की महिलाएं संगठित होकर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आ रही हैं, जो समाज में सकारात्मक बदलाव का संकेत है।” धनवंती मनहर ने भी इस बात पर खुशी जताई कि ग्रामीण महिलाएं संविधान के महत्व को समझ रही हैं। उन्होंने कहा, “यह पहल सुनिश्चित करेगी कि जागरूकता हर महिला तक पहुंचे।”
कार्यक्रम के समन्वयक बागमल मनहर ने ग्राम स्तर पर बढ़ती सामाजिक चेतना पर जोर देते हुए कहा, “यह कार्यक्रम यह साबित करता है कि महिलाओं के नेतृत्व में सामाजिक जागरूकता गांव-गांव तक पहुंच रही है।” लखन दिवाकर ने इस जागरूकता अभियान को एक विचार से अधिक बताते हुए कहा, “यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक क्रांति है।”