विक्की कौशल ने साझा किया है कि वह स्लीप पैरालिसिस जैसी गंभीर समस्या का सामना कर चुके हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति सोते समय बोलने और हिलने में असमर्थ महसूस करता है। विक्की ने बताया कि उनका खुद का अनुभव बेहद डरावना रहा है, जब वह जागने पर अस्थायी रूप से हिलने या बोलने में असमर्थ हो गए थे।
हाल के दिनों में, नींद के पैटर्न में बदलाव के कारण स्लीप डिसऑर्डर की समस्या बढ़ती जा रही है। इनमें से एक है स्लीपिंग पैरालिसिस। इस स्थिति में व्यक्ति कई बार भयावह अनुभव करता है जैसे कि किसी ऊंची जगह से गिरना, गहरे पानी में डूबना या प्रियजन की मृत्यु का दृश्य देखना। हालांकि यह सामान्य हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह गंभीर समस्या बन जाती है। उन्हें ऐसा महसूस होता है जैसे कि कोई उनके सीने पर बैठ गया है या वे बोल नहीं पा रहे हैं। इसे स्लीप पैरालिसिस कहा जाता है।
स्लीप पैरालिसिस क्या होता है
यह एक प्रकार का स्लीपिंग डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति ऐसा महसूस करता है कि वह नींद से जाग चुका है लेकिन हिल नहीं पा रहा। यद्यपि वह कोशिश करता है, लेकिन उसके हाथ-पैर नहीं हिलते। इसे स्लीप पैरालिसिस कहा जाता है। साधारण भाषा में, इसमें दिमाग जागा होता है जबकि शरीर सोया रहता है। यह समस्या गहरी नींद में जाने से पहले या नींद खुलने के कुछ क्षण पहले हो सकती है। यह समस्या अक्सर किशोरावस्था में बढ़ती हुई देखी जाती है।
स्लीप पैरालिसिस के कारण
1. नींद की कमी
2. स्लीपिंग पैटर्न में बदलाव
3. नशीली चीजों का सेवन
4. दिमाग पर ज्यादा दबाव डालना
5. अत्यधिक तनाव
6. पैनिक डिसऑर्डर की समस्या
स्लीप पैरालिसिस से बचने के उपाय
1. नींद के समय का ध्यान रखें, 7-8 घंटे की पूरी नींद लें।
2. सोने से दो घंटे पहले फोन का उपयोग न करें।
3. सोने और जागने का समय नियमित रखें।
4. एक शांत और कम रोशनी वाला बेडरूम बनाएं।
5. शराब, सिगरेट या कैफीन का सेवन न करें।
6. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
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