Posted in

मोटापा है जानलेवा, समय पर करें नियंत्रण, नहीं तो हो सकती है जान को खतरा।

googletag.cmd.push(function() { googletag.display(‘div-gpt-ad-1253031-9’); });Also Read: 2050 तक 60% वयस्क अधिक वजन के शिकार होंगे, इन उपायों … मोटापा है जानलेवा, समय पर करें नियंत्रण, नहीं तो हो सकती है जान को खतरा।Read more

मोटापा है खतरनाक, समय रहते करें कंट्रोल, वरना जा सकती है जान

1/6

अधिक वजन और मोटापे की समस्या आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती बनती जा रही है। इसके कारण कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियाँ भी उत्पन्न हो रही हैं। इसलिए यह समस्या चिंता का विषय बनती जा रही है। सामान्य से अधिक वजन होने पर डायबिटीज, हृदय रोग और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.
अधिक वजन और मोटापे की समस्या आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती बनती जा रही है। इसके कारण कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियाँ भी उत्पन्न हो रही हैं। इसलिए यह समस्या चिंता का विषय बनती जा रही है। सामान्य से अधिक वजन होने पर डायबिटीज, हृदय रोग और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.

2/6

हाल ही में एक अध्ययन में इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है। इस अध्ययन में कहा गया है कि जिस तरह वैश्विक स्तर पर मोटापा बढ़ रहा है, उससे भविष्य में कई गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं क्यों इस रिपोर्ट ने चिंता में डाल दिया है...
हाल ही में एक अध्ययन में इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है। इस अध्ययन में कहा गया है कि जिस तरह वैश्विक स्तर पर मोटापा बढ़ रहा है, उससे भविष्य में कई गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं क्यों इस रिपोर्ट ने चिंता में डाल दिया है…

3/6

द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में मोटापे को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। इसके अनुसार, विश्वभर में मोटापे से प्रभावित बच्चों, किशोरों और वयस्कों की संख्या 1 अरब से अधिक हो गई है। शोधकर्ताओं ने बताया है कि 1990 के बाद से मोटापे की समस्या बढ़ी है। सभी आयु वर्ग के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। अधिक वजन वाले लोगों में कई समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं.
द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में मोटापे को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। इसके अनुसार, विश्वभर में मोटापे से प्रभावित बच्चों, किशोरों और वयस्कों की संख्या 1 अरब से अधिक हो गई है। शोधकर्ताओं ने बताया है कि 1990 के बाद से मोटापे की समस्या बढ़ी है। सभी आयु वर्ग के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। अधिक वजन वाले लोगों में कई समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं.

4/6

WHO ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक वैश्विक डेटा तैयार किया है। इसमें यह अनुमान लगाया गया है कि 1990 की तुलना में 2022 में बच्चों और किशोरों में मोटापा चार गुना बढ़ गया है। महिलाओं में यह दोगुना और पुरुषों में तीन गुना से अधिक हो गया है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 में 15.9 करोड़ बच्चे और किशोर, जबकि 87.9 करोड़ वयस्क मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं.
WHO ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक वैश्विक डेटा तैयार किया है। इसमें यह अनुमान लगाया गया है कि 1990 की तुलना में 2022 में बच्चों और किशोरों में मोटापा चार गुना बढ़ गया है। महिलाओं में यह दोगुना और पुरुषों में तीन गुना से अधिक हो गया है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 में 15.9 करोड़ बच्चे और किशोर, जबकि 87.9 करोड़ वयस्क मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं.

5/6

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आजकल दुनिया में जिन बीमारियों के कारण मृत्यु दर या गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा हो रही हैं, उनका मुख्य कारण अधिक वजन यानी मोटापा है। बच्चों में मोटापा होना एक बेहद गंभीर समस्या बन सकता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आजकल दुनिया में जिन बीमारियों के कारण मृत्यु दर या गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा हो रही हैं, उनका मुख्य कारण अधिक वजन यानी मोटापा है। बच्चों में मोटापा होना एक बेहद गंभीर समस्या बन सकता है.

6/6

इसका प्रभाव सीधे उनकी जिंदगी पर पड़ता है, जो पूरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इसके कारण हार्ट अटैक और हृदय से संबंधित बीमारियाँ हो सकती हैं। यदि इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए इन आंकड़ों को स्वास्थ्य चेतावनी के रूप में लेना चाहिए.
इसका प्रभाव सीधे उनकी जिंदगी पर पड़ता है, जो पूरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इसके कारण हार्ट अटैक और हृदय से संबंधित बीमारियाँ हो सकती हैं। यदि इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए इन आंकड़ों को स्वास्थ्य चेतावनी के रूप में लेना चाहिए.

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb