NSE की इंडाइसेज सर्विसेज सब्सिडियरी, NSE इंडेक्स लिमिटेड, ने आज ‘निफ्टी केमिकल्स’ नामक एक नया सेक्टोरल इंडेक्स पेश किया है। इस इंडेक्स का उद्देश्य निफ्टी 500 में शामिल उन शेयरों के प्रदर्शन को मापना है, जो केमिकल्स सेक्टर से संबंधित हैं।
इस इंडेक्स में टॉप-20 स्टॉक्स का चयन 6 महीने के औसत फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर किया जाता है, जिसमें डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध स्टॉक्स को प्राथमिकता दी गई है। प्रत्येक स्टॉक का वेट फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन पर आधारित होता है।
इंडेक्स की बेस डेट 01 अप्रैल 2005 है, और इसकी बेस वैल्यू 1,000 निर्धारित की गई है। इस इंडेक्स में प्रत्येक स्टॉक का वेट 33% और टॉप-3 स्टॉक्स का वेट 62% पर सीमित होता है। इसे सेमी-एनुअली आधार पर रिकॉन्स्टिट्यूट किया जाएगा और तिमाही आधार पर रिबेलेंस किया जाएगा।
नए इंडेक्स से यह उम्मीद की जा रही है कि यह एसेट मैनेजर्स के लिए एक बेंचमार्क के रूप में कार्य करेगा। इसके अतिरिक्त, यह एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs), इंडेक्स फंड और स्ट्रक्चर्ड प्रोडक्ट्स जैसे पैसिव फंड्स द्वारा ट्रैक किया जाने वाला एक रेफरेंस इंडेक्स भी होगा।
आज मंगलवार (11 मार्च) को निफ्टी में 37 अंकों की तेजी देखने को मिली, जबकि सेंसेक्स में 12 अंकों की मामूली गिरावट आई और यह 74,102 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी 22,497 पर बंद हुआ। इस दिन रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी रही, जहां निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 3.63% बढ़ा।
इसके अलावा, ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.21% की वृद्धि हुई, जबकि मेटल इंडेक्स 0.53% की चढ़ाई के साथ बंद हुआ। दूसरी ओर, प्राइवेट बैंक के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई, जिससे प्राइवेट बैंक इंडेक्स 1.38% गिर गया।