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घटना के समय पीड़िता की मां अचानक दुकान पर पहुंच गई, जिससे उसे घटना का पता चला। मां ने तुरंत 100 डायल के जरिए पुलिस को सूचित किया। इस बीच, सभी आरोपित मौके से भाग गए। घटना की खबर मिलने के बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपितों की खोज शुरू की।

HighLights
- ग्राम बोरकुआ की घटना,
- पीड़िता की मां की दुकान पर बनाया गया हवस का शिकार
Newsstate24 प्रतिनिधि, आलीराजपुर। जिला मुख्यालय के निकट ग्राम बोरकुआ में एक 13 वर्षीय बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई है। तीन आरोपितों ने पीड़िता की मां की दुकान के अंदर बालिका के साथ हिंसा की। पुलिस ने दुष्कर्म करने वाले तीन आरोपितों के साथ-साथ दो अन्य सहयोगी आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना सोमवार की देर शाम हुई थी। बोरकुआं की कक्षा छठी की छात्रा अपनी मां के साथ परीक्षा देकर घर लौट रही थी। इसी दौरान, बोरकुआं के पटेल फलिया का अजमेर रावत बाइक पर आया और दोनों को गाँव तक चलने के लिए कहा। मां-बेटी बाइक पर बैठ गईं। इसके बाद अजमेर ने उन्हें पीड़िता की मां की बोरकुआ में रोड किनारे स्थित दुकान पर छोड़ दिया। थोड़ी देर बाद, पीड़िता की मां दुकान के पीछे अपने घर चली गई। इसी दौरान, अजमेर ने अपने चार दोस्तों राहुल रावत, अरविंद रावत, नीलेश रावत और राकेश रावत को बुलाया, और तीन लोगों ने बालिका को डराकर बुरी तरह से दुर्व्यवहार किया, जबकि दो अन्य आरोपी दुकान के बाहर बाइक पर बैठे रहे। मामला गंभीर हो जाने के बाद, पुलिस की विभिन्न टीमों ने पूरी रात खोजबीन की और सुबह तक सभी आरोपितों को हिरासत में ले लिया। घटना की जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप पटेल ने बताया कि सभी आरोपितों के खिलाफ पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आगे की जांच जारी है। इस मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने भी ट्वीट कर सरकार और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। यादव ने लिखा कि प्रदेश आदिवासियों पर अत्याचार और नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के मामलों में सबसे ऊपर है। साथ ही उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की।