धर्म डेस्क, नई दिल्ली: होली का त्योहार हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। दिवाली के बाद अगर कोई सबसे बड़ा और उत्साह से भरा पर्व माना जाता है, तो वह होली है। रंगों और खुशियों से भरे इस त्योहार का आगाज होलिका दहन से होता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, होलिका दहन के दिन नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को जलाकर समाप्त किया जाता है। इसी कारण इस दिन उबटन लगाने और शुद्धिकरण की परंपरा भी निभाई जाती है। यदि आप भी होलिका दहन का सही समय और शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी रहेगा।
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🔹 होलिका दहन 2025 की तिथि और समय
📅 होलिका दहन की तिथि: 13 मार्च 2025, गुरुवार
📅 पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 मार्च, सुबह 10:35 बजे
📅 पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च, दोपहर 12:23 बजे
🌟 होलिका दहन मुहूर्त:
🕛 शुभ समय: रात 11:26 बजे से 12:30 बजे तक
⏳ कुल समय: 1 घंटा 4 मिनट
🔹 होलिका दहन का महत्व
होलिका दहन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व दोनों हैं:
✔️ पौराणिक मान्यता: प्रह्लाद और होलिका की कथा के अनुसार, भगवान विष्णु की कृपा से भक्त प्रह्लाद को बचाने के लिए होलिका स्वयं जलकर भस्म हो गई थी। तब से हर साल इस दिन होलिका दहन कर बुराई को खत्म करने का संदेश दिया जाता है।
✔️ वैज्ञानिक पहलू: होलिका दहन के समय आग जलाने से वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया और नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है, जिससे स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।
✔️ रिवाज और परंपराएं: इस दिन लोग उबटन लगाकर बुराइयों को जलाने का संकल्प लेते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
🔹 होलिका दहन के शुभ मुहूर्त का महत्व
शास्त्रों के अनुसार, भद्रा काल में होलिका दहन वर्जित माना जाता है। इस बार 13 मार्च को शाम 6:57 बजे से भद्रा शुरू होगी, जो रात 11:26 बजे समाप्त होगी। इसलिए, भद्रा के खत्म होने के बाद ही होलिका दहन करना शुभ रहेगा।
💡 शुभ मुहूर्त: रात 11:26 बजे से 12:30 बजे तक
⏳ कुल समय: 1 घंटा 4 मिनट
🔹 होलिका दहन के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
✔️ भद्रा काल खत्म होने के बाद ही होलिका दहन करें।
✔️ घर के आसपास की नकारात्मकता को दूर करने के लिए गोबर के उपले, गूलर की लकड़ी और नारियल अर्पित करें।
✔️ होलिका दहन के बाद उसकी राख को घर में लाकर तिलक करने से बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव होता है।
✔️ दहन के समय परिवार के सभी सदस्यों को उपस्थित रहकर मंगल कामना करनी चाहिए।