यदि आप Google Chrome का उपयोग कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। हाल ही में, Google Chrome में कुछ गंभीर खामियों का पता चला है, जिनकी वजह से उपयोगकर्ताओं का डेटा चोरी होने का खतरा बढ़ गया है। यह समस्या केवल Windows और Linux उपयोगकर्ताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि Mac उपयोगकर्ता भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। इस पर भारत सरकार ने एक उच्च जोखिम चेतावनी जारी की है। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने इस चेतावनी को गंभीर श्रेणी में रखा है।
CERT-In द्वारा जारी चेतावनी
CERT-In ने Chrome ब्राउज़र में पाए गए कई खामियों के बारे में चेतावनी दी है। इसमें बताया गया है कि हैकर्स इन खामियों का लाभ उठाकर डिवाइस तक पहुंच बना सकते हैं और डेटा चुरा सकते हैं। एजेंसी ने सुझाव दिया है कि पुराने वर्जन का उपयोग कर रहे Chrome को तुरंत अपडेट किया जाना चाहिए। Linux पर 134.0.6998.35 या इससे पुराने, Windows पर 134.0.6998.35/36 या उससे पुराने, और Mac पर 134.0.6998.44/45 या इससे पुराने वर्जन को जल्द से जल्द अपडेट करने की आवश्यकता है। यदि आपके डिवाइस में Chrome के ये या इससे पुराने वर्जन चल रहे हैं, तो साइबर हमलों से बचने के लिए तुरंत अपडेट कर लें।
जनवरी में भी जारी हुई थी चेतावनी
यह ध्यान देने योग्य है कि CERT-In समय-समय पर ऐसी खामियों के बारे में चेतावनी जारी करती रहती है। जनवरी में, एजेंसी ने 132.0.6834.83/8r से पुराना वर्जन और 132.0.6834.110/111 से पुराना वर्जन उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए चेतावनी दी थी। इन वर्जनों में ऐसी खामियां पाई गई थीं, जिनके माध्यम से हैकर्स सिस्टम की सुरक्षा को बाइपास कर सकते थे। यह खतरा व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ संगठनों के लिए भी था।
इन खतरों से कैसे बचें?
आम तौर पर, यह सलाह दी जाती है कि उपयोगकर्ताओं को नियमित अंतराल पर Chrome और अन्य ऐप्स को अपडेट करते रहना चाहिए। इससे न केवल नए फीचर्स का लाभ मिलता है, बल्कि किसी भी संभावित खामी से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
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