VT Code on Indian Plane: क्या आपने कभी भारतीय विमानों पर VT का मार्क देखा है? क्या आपने कभी सोचा है इसका क्या मतलब होता है? प्रत्येक विमान को एक रेडियो कॉल साइन या रजिस्टर्ड कोड दिया जाता है, और ‘VT’ राष्ट्रीयता चिह्न है जो भारत में रजिस्टर्ड सभी विमान को होता है। यह कोड हर भारतीय प्लेन के पिछले हिस्से के पास बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा होता है।
क्या है ‘VT’ कोड का है?
आप में से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते होंगे कि VT कोड का तालुख ब्रिटिश राज से है। VT का फुल फॉर्म “Victorian Territory” या “Viceroy Territory” है। यह एक तरह का कोड है जो इंडियन प्लेन के रजिस्ट्रेशन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तय किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) हर देश के विमानों को एक कोड देता है, जिसके आधार पर प्लेन की पहचान की जाती है।
ब्रिटिश राज की विरासत
विमानों पर कोड़ का चलन ब्रिटिश काल से चलता आ रहा है। साल 1929 में ब्रिटिश सरकार में भारत सहित अपने सभी कोलोनीज देशों के विमानों को V कोड से संबोधित किया था। उस वक्त भारत को VT कोड दिया गया था। वही, पाकिस्तान को AP, नेपाल को 9N, श्रीलंका को 4R कोड़ से संबोधित किया गया था। हालांकि आजादी के बाद भारत ने इस कोड़ को बदलने की कोशिश नहीं कि, जबकि कई अन्य देशों ने अपने कोड बदल लिए।
‘VT’ कोड बदलने की मांग
भारत में कई लोगों को VT कोड रास नहीं आया। उनका मानना था कि यह कोड गुलामी को दर्शाता है, जो भारत के स्वतंत्र पहचान के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। यही कारण है कि कई बार कोड को बदलने की मांग रखी गई थी-
2004 में पहली कोशिश- 2004 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ICAO से ‘VT’ कोड बदलने की मांग की थी, लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हुआ।
2021 में बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील- बिजनेस मैन विजयपत सिंघानिया और विजय सेठी ने भी ‘VT’ कोड बदलने का अनुरोध किया था, लेकिन उनकी यह याचिका खारिज कर दी गई।
2022 में दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका- साल 2022 में अश्विनी उपाध्याय ने दिल्ली हाई कोर्ट में VT कोड बदलने के लिए एक जनहित याचिका दायर किया था। उनका कहना था कि यह कोड गुलामी का प्रतीक है।
क्यों नहीं बदले जा रहे थे कोड
VT कोड को बदलने के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव लाने होंगे।
सभी एयर क्राफ्ट को फिर से पेंट करना होगा, जिसमें आर्थिक तौर पर बहुत खर्च होगा।
एविएशन डॉक्युमेंट्स और अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड को सभी अपडेट देंगे होंगे।
VT कोड बदलने के लिए सरकार को भारी खर्च उठाना होगा। साथ ही इससे सभी विमान सेवाएं भी प्रभावित होंगी।