newsstate24 Logo

हिंदू नववर्ष 2025 30 मार्च से शुरू होगा सूर्य होंगे इस साल के राजा सिद्धार्थ होगा नवसंवत्सर का नाम

ग्वालियर के ज्योतिषी सुनील चोपड़ा के अनुसार, यह हिंदू नव वर्ष हमारे जीवन में अनेक सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। नवसंवत्सर को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। इसी दिन नवरात्रि का आरंभ भी होगा। गुड़ी पड़वा से विक्रम संवत 2082 की शुरुआत होगी। HighLights 30 मार्च को षट ग्रही योग बनेगा बुधादित्य और []

Published: Wednesday, 26 March 2025 at 05:50 pm | Modified: Wednesday, 26 March 2025 at 05:50 pm | By: Kapil Sharma | 📂 Category: आस्था

Social ShareFacebookXWhatsAppInstagramLinkedIn
हिंदू नववर्ष 2025 30 मार्च से शुरू होगा सूर्य होंगे इस साल के राजा सिद्धार्थ होगा नवसंवत्सर का नाम

ग्वालियर के ज्योतिषी सुनील चोपड़ा के अनुसार, यह हिंदू नव वर्ष हमारे जीवन में अनेक सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। नवसंवत्सर को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। इसी दिन नवरात्रि का आरंभ भी होगा।

Hindu Nav Varsh 2025: 30 मार्च से होगी हिंदू नववर्ष की शुरुआत, सूर्य होंगे इस साल के राजा, ‘सिद्धार्थ’ होगा नवसंवत्सर का नाम
गुड़ी पड़वा से विक्रम संवत 2082 की शुरुआत होगी।

HighLights

  1. 30 मार्च को षट ग्रही योग बनेगा
  2. बुधादित्य और राजयोग भी बनेंगे
  3. कई लोगों का भाग्य चमक उठेगा

धर्म डेस्क, इंदौर। वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 30 मार्च को हिंदू नववर्ष और चैत्र नवरात्र का आरंभ होगा। ग्वालियर के ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इसी दिन से विक्रम संवत 2082 का आरंभ होगा।

नवसंवत्सर रविवार से शुरू हो रहा है, जिससे इस वर्ष का राजा ग्रह सूर्य होंगे और नवसंवत्सर का नाम सिद्धार्थ होगा। सूर्य को ग्रहों का राजा मानते हैं।

naidunia_image

नया विक्रम संवत आरंभ होगा

  • हिंदू धर्म में इस दिन को नववर्ष या नव संवत्सर कहा जाता है और इसी दिन से नया विक्रम संवत भी आरंभ होता है। इसकी शुरुआत सम्राट विक्रमादित्य ने की थी, इसलिए इसे विक्रम संवत के नाम से जाना जाता है।
  • सम्राट विक्रमादित्य ने 57 ईसा पूर्व में विक्रम संवत की शुरुआत की थी। जिस दिन हिंदू नववर्ष का आरंभ होता है, उसी दिन चैत्र नवरात्र की भी शुरुआत होती है। शक्ति की पूजा के लिए विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं।

ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की

हिंदू नववर्ष के दिन से ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण आरंभ किया था। भगवान श्रीराम और धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था।

नवसंवत्सर पर शुभ संयोग, बनेगा षट ग्रही योग

ज्योतिष की गणना के अनुसार, इस संवत में सूर्य, चंद्रमा, शनि, बुध, शुक्र और राहु ग्रहों का योग बन रहा है। इसके अलावा बुधादित्य और राजयोग भी बन रहा है, जिसका शुभ प्रभाव राशि के जातकों पर पड़ेगा। कई दुर्लभ संयोग से मकर और मिथुन राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है और शुभ परिणाम मिल सकते हैं।

यहां भी क्लिक करें- हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा… जानिए इसका क्या अर्थ है

Related Articles

About Author