ग्वालियर के ज्योतिषी सुनील चोपड़ा के अनुसार, यह हिंदू नव वर्ष हमारे जीवन में अनेक सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। नवसंवत्सर को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। इसी दिन नवरात्रि का आरंभ भी होगा। गुड़ी पड़वा से विक्रम संवत 2082 की शुरुआत होगी। HighLights 30 मार्च को षट ग्रही योग बनेगा बुधादित्य और []
Published: Wednesday, 26 March 2025 at 05:50 pm | Modified: Wednesday, 26 March 2025 at 05:50 pm | By: Kapil Sharma | 📂 Category: आस्था
धर्म डेस्क, इंदौर। वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 30 मार्च को हिंदू नववर्ष और चैत्र नवरात्र का आरंभ होगा। ग्वालियर के ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इसी दिन से विक्रम संवत 2082 का आरंभ होगा।
नवसंवत्सर रविवार से शुरू हो रहा है, जिससे इस वर्ष का राजा ग्रह सूर्य होंगे और नवसंवत्सर का नाम सिद्धार्थ होगा। सूर्य को ग्रहों का राजा मानते हैं।
हिंदू नववर्ष के दिन से ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण आरंभ किया था। भगवान श्रीराम और धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था।
ज्योतिष की गणना के अनुसार, इस संवत में सूर्य, चंद्रमा, शनि, बुध, शुक्र और राहु ग्रहों का योग बन रहा है। इसके अलावा बुधादित्य और राजयोग भी बन रहा है, जिसका शुभ प्रभाव राशि के जातकों पर पड़ेगा। कई दुर्लभ संयोग से मकर और मिथुन राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है और शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
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