महाकाल भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं के साथ ठगी के मामले अब आम हो चुके हैं। हाल ही में श्रद्धालुओं द्वारा भी धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले एक सप्ताह में नोएडा के एक दंपति और मुंबई के एक भक्त के खिलाफ भस्म आरती की अनुमति पास में छेड़छाड़ कर मंदिर में प्रवेश करने []
Published: Wednesday, 26 March 2025 at 05:14 am | Modified: Wednesday, 26 March 2025 at 05:14 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: शहर और राज्य
महाकाल भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं के साथ ठगी के मामले अब आम हो चुके हैं। हाल ही में श्रद्धालुओं द्वारा भी धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले एक सप्ताह में नोएडा के एक दंपति और मुंबई के एक भक्त के खिलाफ भस्म आरती की अनुमति पास में छेड़छाड़ कर मंदिर में प्रवेश करने के मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने इन दोनों मामलों में श्रद्धालुओं के ही खिलाफ कार्रवाई की है।
हाल ही में उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के नाम पर बेंगलुरु के दो श्रद्धालुओं से ठगी का एक मामला प्रकाश में आया है। इन श्रद्धालुओं से दो युवकों ने ऑनलाइन सात हजार रुपये की ठगी की। जब अधिक राशि लिए जाने की शिकायत मंदिर समिति को की गई, तो समिति ने महाकाल पुलिस को मामला सौंपा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, गोपाल प्यारेलाल सिंह चौहान, जो बेंगलुरु के निवासी हैं, सोमवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। यहां भस्म आरती के बारे में जानकारी लेते समय एक युवक जिसका नाम मयूर वैष्णव था, ने उन्हें भस्म आरती की अनुमति दिलवाने का झांसा दिया और इसके लिए छह हजार रुपये ऑनलाइन ले लिए। बाद में चौहान को पता चला कि मंदिर समिति की ओर से केवल 200 रुपये शुल्क लिया जाता है। इसके बाद उन्होंने मंदिर समिति को लिखित शिकायत दी और मामला महाकाल पुलिस को सौंपा गया। पुलिस ने मयूर वैष्णव के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इसी तरह बेंगलुरु से आए एक अन्य श्रद्धालु टीएनबी प्रसाद के साथ भी एक हजार रुपये की ठगी की गई। प्रसाद ने मंदिर समिति को शिकायत की कि गौरव नामक व्यक्ति ने भस्म आरती की अनुमति के नाम पर एक हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए थे। इस मामले में भी महाकाल पुलिस ने गौरव के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस दोनों मामलों में मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।