श्री राम की पवित्र भूमि अयोध्या से लेकर माता जानकी की धरती बिहार के सीतामढ़ी तक राम जानकी मार्ग प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार ने अपनी योजना बना ली है। लोकसभा में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में सड़क परिवहन मंत्रालय ने यह जानकारी साझा की है।
सड़क परिवहन मंत्रालय ने अपने उत्तर में बताया है कि यह प्रोजेक्ट सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के अयोध्या को बिहार के सीतामढ़ी से जोड़ना है। मंत्रालय ने कहा कि जैसे ही यह प्रोजेक्ट पूरा होगा, इससे श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे न केवल आसपास के क्षेत्रों का विकास होगा, बल्कि व्यापार, कृषि और परिवहन के क्षेत्रों में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
नेशनल हाईवे का निर्माण होगा 2-3 चरणों में
संसद में सड़क परिवहन मंत्रालय ने जानकारी दी कि राम जानकी मार्ग को नेशनल हाईवे बनाने का पहले ही केंद्र सरकार ने ऐलान किया है। यह नेशनल हाईवे 2-3 चरणों में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में अयोध्या से छावनी उत्तर प्रदेश तक नेशनल हाईवे 27 का निर्माण होगा। दूसरे चरण में, नेशनल हाईवे 227-ए का निर्माण होगा, जो उत्तर प्रदेश के छावनी से चाकिया बिहार तक जाएगा, और तीसरा चरण नेशनल हाईवे-227 का होगा, जो बिहार के चकिया से नेपाल बॉर्डर पर स्थित भीटामोर तक फैलेगा।
उत्तर प्रदेश में भूमि अधिग्रहण का कार्य पूर्ण
नेशनल हाईवे का निर्माण 4 लेन और 2 लेन में किया जाएगा, अर्थात् कुछ स्थानों पर यह 4 लेन का होगा और कई जगहों पर 2 लेन का होगा। सड़क परिवहन मंत्रालय ने बताया है कि उत्तर प्रदेश में इस नेशनल हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि बिहार में यह प्रक्रिया अभी चल रही है।
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