उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि संभल में जो हो रहा है, वह हमारी आस्था का विषय है। जो हमारा है, वह हमें मिल जाना चाहिए। हम इससे इतर नहीं जा रहे। सच कड़वा होता है, उसे स्वीकारने का सामर्थ्य होना चाहिए। प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं।
संभल में 56 वर्षों बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम हुआ। अकेले संभल में 67 तीर्थ और 19 कूप थे। जिनको एक निश्चित समय के अंदर समाप्त कर दिया गया। इनमें से 54 तीर्थ को हमने तलाशा, 19 कूप मुक्त कराए। यह हमारी विरासत का हिस्सा है।
प्रयागराज . संभल की जामा मस्जिद को लेकर विवाद के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को हिंदू पक्ष का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया कि मस्जिद को विवादित स्थल कहा जाए। मस्जिद कमेटी की ओर से सफेदी के लिए दायर याचिका पर सुनवाई के अंत में जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल आदेश लिखवाने लगे तो हिंदू पक्ष के अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने जामा मस्जिद को विवादित स्थल के रूप में संदर्भित करने का आग्रह किया।
उन्होंने तर्क दिया कि कानूनी विवाद में शामिल किसी भी ढांचे को अंतिम अदालती फैसला आने तक मस्जिद या किसी अन्य इकाई के रूप में नामित नहीं किया जा सकता है। उन्होंने अयोध्या मामले का हवाला दिया। कोर्ट ने उनका अनुरोध स्वीकार कर लिया और स्टेनोग्राफर को इसी शब्द का उपयोग करने को कहा। मस्जिद कमेटी की ओर से सफेदी की मांग पर जवाब देते जैन ने समिति के इस दावे को चुनौती दी जिसमें भारत सरकार और मस्जिद कमेटी के बीच 1927 में हुए समझौते के तहत रखरखाव की जिम्मेदारी मस्जिद कमेटी की बताई गई।
उन्होंने कहा कि प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्व स्थल एवं अवशेष कानून, 1958 के लागू होने के बाद पुराने समझौते मान्य नहीं हैं। मस्जिद समिति ने एएसआइ की अनुमति के बिना हिंदू चिह्नों और प्रतीकों को छिपाने के लिए गलत तरीके से ढांचे में सफेदी और बदलाव किए।