उत्तर प्रदेश में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिससे लोगों को हल्की राहत भी मिल रही है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से लगभग 1.8 डिग्री कम था। दिनभर धूप जरूर खिली रही, लेकिन ठंडी हवाओं ने तापमान को बढ़ने नहीं दिया।
बुधवार को भी मौसम इसी तरह बना रहने की उम्मीद है, लेकिन गुरुवार, 20 मार्च से मौसम में अचानक बदलाव आ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने गरज-चमक के साथ तेज़ बारिश और आंधी की संभावना जताई है, जो 22 मार्च तक जारी रह सकती है। इस दौरान तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी।
तापमान में तीन से छह डिग्री की गिरावट संभव
मंगलवार को दिनभर गर्मी के साथ तेज सतही हवाएं चलीं, जिससे तापमान अधिक नहीं बढ़ सका। सोमवार की तुलना में अधिकतम तापमान दो डिग्री और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री कम दर्ज किया गया। पिछले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान लगभग छह डिग्री तक लुढ़क चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, 20 से 22 मार्च के बीच बारिश और तेज़ हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे मौसम ठंडा रहेगा। हालांकि, 23 मार्च से आसमान फिर साफ होने लगेगा और तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि 24 मार्च तक अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। फिलहाल अगले कुछ दिनों तक तेज़ हवा और बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
बदलते मौसम से बढ़ी बीमारियां

मौसम के बदलाव के साथ बीमारियां भी तेजी से फैल रही हैं। गर्मी की शुरुआत होते ही मच्छरों की संख्या बढ़ने लगी है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बुखार, अपच और वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है।
अस्पतालों की ओपीडी मरीजों से भरी हुई है, और पैथोलॉजी सेंटरों में जांच कराने वालों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। टीबी सप्रू चिकित्सालय (बेली अस्पताल) में पहुंचे शशि प्रकाश दुबे ने बताया कि उन्हें तीन दिनों से बुखार है। डॉक्टरों ने इसे मौसम के दुष्प्रभाव का नतीजा बताया और खून की जांच के लिए सैंपल लिया।
कटरा बाजार के शंकर गुप्ता को भी तेज़ बुखार के साथ कंपकंपी हो रही थी। डॉक्टरों ने उन्हें मलेरिया की जांच कराने की सलाह दी। एसआरएन अस्पताल में भी लगभग 60 मरीज बुखार और वायरल संक्रमण की शिकायत लेकर पहुंचे। डॉक्टरों का कहना है कि यह सब मौसम में अचानक बदलाव के कारण हो रहा है।
बचाव के लिए बरतें ये सावधानियां
बदलते मौसम में स्वस्थ रहने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
- बुखार आने पर सिर्फ पैरासिटामोल लें, कोई अन्य दवा खुद से न खाएं।
- अगर बुखार तीन दिनों तक बना रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी जांच कराएं।
- बासी खाना खाने से बचें और हमेशा स्वच्छ पानी पिएं।
- घर और आसपास साफ-सफाई रखें, ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।
- हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो।
- अगर सर्दी-जुकाम हो जाए तो मास्क पहनें और दूसरों से उचित दूरी बनाए रखें।
मौसम का असर सीधे सेहत पर पड़ता है, इसलिए बदलते मौसम के अनुसार सावधानी बरतना जरूरी है। फिलहाल अगले कुछ दिनों तक तेज़ हवा और बारिश राहत तो देंगी, लेकिन इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।