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जबलपुर में एक अनूठी मिठाई की दुकान है, जो पूरी तरह से विश्वास और ईमानदारी पर आधारित है। यहां न तो कोई सेल्समैन है और न ही कोई कैशियर। ग्राहक अपनी पसंद की मिठाई उठाते हैं और रुपये रखने के लिए रखे गए एक बॉक्स में डाल देते हैं।

HighLights
- विश्वास और ईमानदारी पर आधारित मिठाई की दुकान।
- ग्राहक स्वयं रुपये रखते हैं, खुल्ले भी ले सकते हैं।
- जिनके पास रुपये नहीं हैं, वे बाद में चुका सकते हैं।
Newsstate24 प्रतिनिधि, जबलपुर। लड्डू गोपाल मिठाई की दुकान ने विश्वास और ईमानदारी की एक अनूठी मिसाल पेश की है, जो इस समय हर जगह चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां न कोई सेल्समैन है, न कैशियर। यह पूरी दुकान भगवान के भरोसे चलती है।
आधुनिक युग में जब किसी पर विश्वास करना कठिन होता है, तब नेपियर टाउन में एक ऐसी दुकान है जो पूरी तरह से विश्वास और ईमानदारी पर आधारित है। इस दुकान का न कोई मालिक है, न कोई कैशियर। यह पूरी तरह से भगवान के भरोसे चलती है। यहां आने वाले प्रत्येक ग्राहक अपनी आवश्यकतानुसार मिठाई लेते हैं और पूरी ईमानदारी से रुपये रखकर चले जाते हैं।
ऐसी हुई शुरुआत
मिठाई बनाने वाले विजय पांडे की भगवान कृष्ण के प्रति बचपन से गहरी आस्था रही है। एक दिन उनकी दुकान पर एक व्यक्ति आया, जो मिठाई लेना चाहता था लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे।
तब उन्होंने बिना किसी सवाल के उसे मिठाई दे दी और कहा कि जब संभव हो, वह चुका सकता है। इसी घटना ने उन्हें यह विचार करने पर मजबूर किया कि क्यों न पूरी दुकान को इसी भरोसे पर चलाया जाए।
जब संभव हो, देनदारी चुका दो
अब इस दुकान में ग्राहक आते हैं, अपनी पसंद की मिठाई उठाते हैं और रुपये रखने के लिए रखे गए एक बॉक्स में डाल देते हैं। यदि खुल्ले रुपये की आवश्यकता होती है, तो पास में रखे खुल्ले रुपये से खुद ही बाकी रकम चुका सकते हैं। जिनके पास रुपये नहीं हैं, वे भी मिठाई ले जा सकते हैं, इस विश्वास के साथ कि जब भी संभव होगा, वे अपनी देनदारी पूरी कर देंगे।
यह प्रयोग अनोखा, तो चर्चा होनी ही थी
यह अनोखा प्रयोग चर्चा का विषय बन गया है। लोग न केवल मिठाई खरीदने बल्कि इस अद्वितीय मॉडल को देखने और समझने के लिए भी आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही है, और लोग इसे अपनी तरह का पहला प्रयोग मान रहे हैं।