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CG News: छत्तीसगढ़ में बिजली दरें बढ़ने के आसार, होली के बाद लग सकता है झटका

CSDCL के प्रस्ताव के अनुसार, घरेलू और व्यावसायिक समेत सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट 15-20 पैसे तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

छत्तीसगढ़ में बिजली दरें बढ़ने के आसार,
छत्तीसगढ़ में बिजली दरें बढ़ने के आसार,

रायपुर: छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बुरी खबर है। होली के बाद, उन्हें बिजली बिल में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (CSDCL) ने नियामक आयोग को 4550 करोड़ रुपये के घाटे का हवाला देते हुए टैरिफ दरों में वृद्धि का प्रस्ताव भेजा है।

घाटे की भरपाई का प्रस्ताव

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CSDCL के प्रस्ताव के अनुसार, घरेलू और व्यावसायिक समेत सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट 15-20 पैसे तक की बढ़ोतरी हो सकती है। नियामक आयोग, होली के बाद होने वाली जनसुनवाई और समीक्षा के बाद इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लेगा।

पिछले वर्ष भी हुआ था इजाफा

यह ध्यान देने योग्य है कि पिछले साल जून में भी CSDCL ने नियामक आयोग को लगभग 4500 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया था, जिसके बाद आयोग ने 20 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी। इस वर्ष भी, कंपनी ने इसी तरह का घाटा दिखाया है, जिससे दरों में फिर से वृद्धि की संभावना बढ़ गई है।

वर्तमान टैरिफ दरें

यहाँ वर्तमान में लागू कुछ टैरिफ दरें दी गई हैं:

  • सिंगल फेज:
    • 0-100 यूनिट: 6.05 रुपये प्रति यूनिट
    • 101-400 यूनिट: 7.05 रुपये प्रति यूनिट
    • 400 यूनिट से अधिक: 8.45 रुपये प्रति यूनिट
  • तीन फेज (15 किलोवाट तक):
    • 0-400 यूनिट: 7.05 रुपये प्रति यूनिट
    • 401 यूनिट से अधिक: 8.45 रुपये प्रति यूनिट

नियामक आयोग की भूमिका

नियामक आयोग में अभी लीगल और टेक्निकल सदस्यों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इन सदस्यों की नियुक्ति के बाद, आयोग कंपनी के प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा करेगा और जनसुनवाई के माध्यम से उपभोक्ताओं की राय भी लेगा। इसके बाद ही टैरिफ दरों में वृद्धि पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

आम उपभोक्ताओं पर असर

बिजली की दरों में इस प्रकार की वृद्धि से आम जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, खास कर के गर्मी के मौसम के दौरान जब बिजली की खपत आमतौर पर बहुत अधिक होती है।

CSDCL का कथन

CSDCL के एमडी भीम सिंह कंवर का कहना है, “प्रस्ताव आयोग के पास भेजा गया है। इस पर निर्णय नियामक आयोग को लेना है।”

इस मुद्दे पर आगे क्या होता है, यह जानने के लिए सभी की निगाहें नियामक आयोग के फैसले पर टिकी हुई हैं।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb