बुरहानपुर: माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं की फिजिक्स परीक्षा में गलत अनुवाद किए गए प्रश्न पत्र को लेकर छात्राओं ने कलेक्ट्रेट में विरोध जताया। छात्राओं का आरोप है कि प्रश्न पत्र उर्दू भाषा की टर्मिनोलॉजी के अनुसार तैयार नहीं किया गया था, बल्कि इसे गूगल ट्रांसलेट के माध्यम से अनुवाद कर बनाया गया, जिससे कई शब्दों का अर्थ पूरी तरह बदल गया।
इस मुद्दे को लेकर छात्राओं ने एसडीएम पल्लवी पुराणिक से मुलाकात की और प्रश्न पत्र की त्रुटियां दिखाईं। उन्होंने मांग की कि इस गलती के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए छात्रों को बोनस अंक दिए जाएं।
गलत अनुवाद से बिगड़ा परीक्षा अनुभव
छात्रा आयशा अंजूम ने बताया कि वह अपनी परीक्षा देने के लिए सेवासदन स्कूल परीक्षा केंद्र पहुंची थीं। जब उन्होंने प्रश्न पत्र देखा, तो पाया कि यह उर्दू भाषा की सही टर्मिनोलॉजी के अनुरूप नहीं था। बल्कि, इसे किसी हिंदी भाषी शिक्षक द्वारा गूगल ट्रांसलेट की मदद से उर्दू में अनुवाद कर तैयार किया गया था।
इस गलत अनुवाद के कारण कई सवालों के अर्थ पूरी तरह बदल गए, जिससे परीक्षार्थियों को पेपर समझने में कठिनाई हुई। जब इस समस्या को केंद्र अध्यक्ष के सामने रखा गया, तो उन्होंने कोई समाधान देने के बजाय छात्राओं से अभद्र व्यवहार किया।
केंद्र पर उर्दू शिक्षकों की तैनाती की मांग
छात्राओं ने मांग की कि भविष्य में इस तरह की त्रुटियों को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर उर्दू शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि उर्दू माध्यम के छात्रों को उनके विषयों के सही अनुवादित प्रश्न पत्र मिलें।
प्रश्न पत्र में इन शब्दों का गलत अनुवाद किया गया
उर्दू फिजिक्स शिक्षक हासिम अंसारी के अनुसार, एनसीईआरटी की उर्दू किताबों में जिन शब्दों का प्रयोग किया गया था, वे प्रश्न पत्र में नहीं थे। इसके बजाय, गूगल ट्रांसलेट का उपयोग करके गलत शब्द डाल दिए गए।
गलत अनुवाद के कुछ उदाहरण:
- रौशनी के तदाखुल व इंसिराफ के स्थान पर रौशनी के इंकेसार अमवाज और मज़ाहिमत लिखा गया।
- मुतबादल रौ के स्थान पर अदल बदल रौ कर दिया गया।
- मुकससफा को आला ए तकसीफ में बदल दिया गया।
ऐसे कई अन्य शब्द भी गलत अनुवाद के कारण बदल गए, जिससे छात्रों को प्रश्न समझने में दिक्कत हुई।
पिछले साल भी हुई थी यही गलती
छात्राओं ने बताया कि यह समस्या केवल इस साल नहीं हुई, बल्कि पिछले साल भी इसी तरह के गलत अनुवाद के कारण कई छात्रों का परिणाम प्रभावित हुआ था। कई छात्रों को पूरक परीक्षा देनी पड़ी थी। उन्होंने मांग की कि इस गलती की भरपाई के लिए छात्रों को बोनस अंक दिए जाएं।
एसडीएम पल्लवी पुराणिक ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
नकल करते पकड़ा गया छात्र परीक्षा केंद्र से फरार
इंदौर में 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान एक छात्र नकल करते पकड़ा गया। शंका होने पर केंद्र अध्यक्ष ने उसकी जांच की, तो उसके पास दो नकल की पर्चियां मिलीं। जब नकल का प्रकरण बनाया गया और उसे नई कॉपी दी गई, तो वह बाथरूम जाने का बहाना बनाकर परीक्षा केंद्र से फरार हो गया।
बोर्ड अब इस छात्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। यह मामला इंदौर के बड़ा गणपति स्थित शारदा कन्या माध्यमिक विद्यालय का है, जहां केंद्र अध्यक्ष सीमा जोशी ने छात्र को नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था।
छात्र की हरकतों पर संदेह होने के बाद जब उसकी तलाशी ली गई, तो नकल की पर्चियां बरामद हुईं। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि यह पर्चियां उसी की थीं। नकल प्रकरण दर्ज करने के बाद छात्र को परीक्षा जारी रखने के लिए नई कॉपी दी गई, लेकिन उसने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और परीक्षा केंद्र से भाग निकला।
इस पूरे मामले की जानकारी बोर्ड को भेज दी गई है, और अब छात्र के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।