ब्लड शुगर का असंतुलन शरीर की ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म को गहराई से प्रभावित करता है। जब इंसुलिन ग्लूकोज को सही तरीके से कोशिकाओं तक नहीं पहुंचा पाता, तो शरीर ऊर्जा के लिए मांसपेशियों और फैट को तोड़ने लगता है, जिससे व्यक्ति अचानक दुबला और कमजोर हो सकता है।
अगर डायबिटीज के कारण आपका वजन लगातार घट रहा है, तो इसे रोकने और स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ाने के लिए सही डाइट, व्यायाम और जीवनशैली को अपनाना बेहद जरूरी है। संतुलित पोषण, सही वर्कआउट और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते हुए, वजन को स्वस्थ रूप से बढ़ाया जा सकता है।
डॉक्टर की सलाह लेना क्यों जरूरी है?
वजन बढ़ाने की प्रक्रिया को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या डायटीशियन से परामर्श करना बहुत जरूरी है। ब्लड शुगर के स्तर और दवाइयों की सही डोज सुनिश्चित करने से इंसुलिन संतुलन में रहेगा, जिससे शरीर की ऊर्जा बढ़ेगी और मेटाबॉलिज्म को सही तरीके से मैनेज किया जा सकेगा।
संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें
डायबिटीज से ग्रस्त व्यक्ति को छोटे-छोटे लेकिन पोषण से भरपूर मील्स लेना चाहिए। हर मील में प्रोटीन, हेल्दी फैट और फाइबर की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। भोजन में निम्नलिखित चीजें शामिल करें:
- प्रोटीन से भरपूर फूड्स – दाल, पनीर, अंडे, चिकन, सोयाबीन और नट्स जैसे फूड्स मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- हेल्दी फैट्स – घी, नारियल तेल, एवोकाडो और नट्स से प्राप्त स्वस्थ वसा शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करती है।
- फाइबर युक्त अनाज – साबुत अनाज जैसे जौ, बाजरा, ओट्स और रागी को डाइट में शामिल करें, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहेगा और वजन बढ़ने में मदद मिलेगी।
कैलोरी बढ़ाएं लेकिन सही तरीके से
डायबिटीज के कारण वजन कम हो रहा है, तो स्वस्थ तरीके से कैलोरी बढ़ाना बेहद जरूरी है। इसके लिए:
- घर का बना स्मूदी और प्रोटीन शेक पिएं – दूध, केला, ओट्स और नट्स मिलाकर हेल्दी स्मूदी तैयार करें।
- ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें – खजूर, बादाम, अखरोट और अंजीर जैसी चीजें कैलोरी बढ़ाने में मदद करती हैं।
- फुल क्रीम दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें – दूध, छाछ, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं।
व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें
वजन बढ़ाने के लिए केवल अधिक खाना ही काफी नहीं होता, बल्कि सही व्यायाम भी जरूरी होता है।
- वेट ट्रेनिंग करें – हल्के वेट के साथ एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और शरीर का मेटाबॉलिज्म सही रहता है।
- योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर ध्यान दें – योगासन और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ता है।
- कार्डियो कम करें – बहुत अधिक कार्डियो करने से शरीर की कैलोरी जल्दी बर्न हो सकती है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में करें।
हाइड्रेशन और नींद का रखें ध्यान
- पर्याप्त पानी पिएं – शरीर को हाइड्रेटेड रखने से पोषक तत्वों का सही अवशोषण होता है, जिससे वजन बढ़ाने में सहायता मिलती है।
- 7-8 घंटे की गहरी नींद लें – नींद की कमी शरीर के मेटाबॉलिज्म और ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकती है, जिससे वजन बढ़ने में रुकावट आती है।
- तनाव कम करें – मेडिटेशन, प्राणायाम और गहरी सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें ताकि मानसिक तनाव कम हो और शरीर स्वस्थ रहे।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- जंक फूड और ज्यादा शुगर वाले खाद्य पदार्थों से बचें – ये ब्लड शुगर को बढ़ाकर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
- रेगुलर ब्लड शुगर चेक करें – वजन बढ़ाने के दौरान ब्लड शुगर लेवल की निगरानी जरूरी होती है ताकि कोई असंतुलन न हो।
- डाइट और वर्कआउट का सही बैलेंस बनाए रखें – वजन बढ़ाने के लिए ओवरईटिंग करने की बजाय, एक हेल्दी और डिसिप्लिनड अप्रोच अपनाएं।