‘देख रहे हो बिनोद’ जैसे शो के जरिए हर घर में पहचाने जाने वाले अभिनेता दुर्गेश कुमार को आज भी काम पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। ‘पंचायत’ और ‘लापता लेडीज’ के लिए मशहूर इस अभिनेता को पिछले एक साल से किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस से ऑडिशन के लिए कोई कॉल नहीं आई है।
एक इंटरव्यू में टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ दुर्गेश ने अपने संघर्षों का जिक्र किया। उन्होंने बताया, “यह बहुत कठिनाई भरा सफर रहा है। लोग ‘पंचायत’ की सफलता को देखते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि 12 साल के काम के बावजूद, यह अभी भी एक संघर्ष है। पिछले डेढ़ साल से मुझे किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस से ऑडिशन के लिए कॉल नहीं मिली है। मैं छोटे प्रोड्यूसर्स के साथ काम कर रहा हूं जो मेरी प्रतिभा की सराहना करते हैं। इंडस्ट्री में मेरे काम को तो पहचाना जाता है, लेकिन मुझे ऑडिशन के लिए कास्टिंग डायरेक्टर्स के पीछे दौड़ना पड़ता है। ‘हाईवे’ और ‘पंचायत’ के बाद भी मुझे किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस से मुख्य भूमिका नहीं दी गई। लोग मुझे जानते हैं, फिर भी कोई बड़ा ऑफर नहीं आया है। मैं ऑडिशन देता रहता हूं और कभी-कभी कुछ भूमिकाओं के लिए चयनित भी किया जाता हूं, लेकिन यह सब अप्रत्याशित होता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें वह क्रेडिट नहीं मिला है, जिसके वे हकदार हैं। दुर्गेश ने कहा कि उनकी फिल्में और शो प्रशंसा प्राप्त करते हैं और कई पुरस्कार भी जीतते हैं। दर्शकों का प्यार भी उन्हें मिलता है, लेकिन हमेशा उन्हें बेहतर काम नहीं मिलता। यह उनके लिए अजीब लगता है। “मेरे प्रोजेक्ट्स को पुरस्कार मिलते हैं, लेकिन समीक्षकों द्वारा मेरा नाम शायद ही कभी लिया जाता है। इंडस्ट्री में 25 साल काम करने के बावजूद, मुझे वह क्रेडिट नहीं मिला है, जिसका मैं हकदार हूं। हालांकि, मुझे खुशी है कि दर्शकों ने मेरे काम की सराहना की है।”
यह भी जान लें कि दुर्गेश नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 2014 में इम्तियाज अली की फिल्म ‘हाईवे’ से सफलता मिली थी। उसके बाद, उन्होंने ‘सुल्तान’, ‘संजू’, ‘धड़क’ और ‘भक्षक’ जैसी कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने प्राइम की वेब सीरीज ‘पंचायत’ में सहायक किरदार के रूप में शुरुआत की और फिर सीजन 3 में मुख्य भूमिका निभाई।