Posted in

“लोग बस हारने का इंतजार करते हैं” – हारिस रऊफ का आलोचकों को करारा जवाब

पांच मैचों की टी20 सीरीज में पाकिस्तान फिलहाल 0-2 से पीछे है, और अगर उन्हें वापसी करनी है तो अब कोई भी मैच गंवाने की गुंजाइश नहीं है। इस बार पाकिस्तान ने एक अनुभवहीन टीम मैदान में उतारी है,

पाकिस्तान क्रिकेट टीम इस वक्त मुश्किल दौर से गुजर रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार दो टी20 मुकाबले हारने के बाद टीम को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों को समय और समर्थन दिया जाना चाहिए, न कि हर हार के बाद उनकी आलोचना की जानी चाहिए।

सीरीज में 0-2 से पिछड़ी पाकिस्तान टीम

पांच मैचों की टी20 सीरीज में पाकिस्तान फिलहाल 0-2 से पीछे है, और अगर उन्हें वापसी करनी है तो अब कोई भी मैच गंवाने की गुंजाइश नहीं है। इस बार पाकिस्तान ने एक अनुभवहीन टीम मैदान में उतारी है, जिसमें बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल नहीं हैं। युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, लेकिन अभी तक वे अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं।

Also Read: रोहित ने कहा- मैं वनडे से संन्यास नहीं ले रहा: जो चल रहा है, वही जारी रहेगा; विराट ने व्यक्त किया- यह जानकर संतोष है कि टीम सुरक्षित हाथों में है।

पहले मुकाबले में टीम महज 91 रन पर सिमट गई, जिससे उनका आत्मविश्वास डगमगा गया। हालांकि, दूसरे मैच में प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा, लेकिन बारिश से प्रभावित मुकाबले में न्यूजीलैंड ने जीत दर्ज कर ली। हसन नवाज, मोहम्मद हारिस, इरफान खान और अब्दुल समद जैसे युवा खिलाड़ी अभी तक कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं।

युवाओं को मौका मिलना चाहिए, आलोचना नहीं

लगातार मिल रही हार और आलोचनाओं से हारिस रऊफ नाखुश नजर आए। उन्होंने कहा कि हर नए खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। किसी भी टीम को स्थिरता चाहिए होती है, और अगर पाकिस्तान टीम भविष्य के लिए कुछ नया तैयार कर रही है, तो युवा खिलाड़ियों को बार-बार कटघरे में खड़ा करना सही नहीं है।

रऊफ ने कहा, “आप दुनिया की किसी भी टीम को देख लें, वे अपने युवा खिलाड़ियों को पूरा समय और आज़ादी देते हैं। जब किसी खिलाड़ी को टीम में मौका मिलता है, तो उसे कम से कम 10 से 15 मैच खेलने का मौका दिया जाता है, ताकि वह अपने खेल को सुधार सके और टीम के लिए योगदान दे सके।”

“लोग सिर्फ हार का इंतजार करते हैं”

हारिस रऊफ ने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा, “पाकिस्तान में यह आम बात हो गई है कि लोग सिर्फ टीम के हारने का इंतजार करते हैं, ताकि वे उस पर टिप्पणी कर सकें। हर कोई अपनी राय देता है, लेकिन हम यहां टीम बनाने के लिए हैं।”

उनका मानना है कि हार और जीत खेल का हिस्सा हैं, लेकिन युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए एक सकारात्मक माहौल और समर्थन मिलना जरूरी है। अगर हर हार के बाद उन्हें निशाना बनाया जाएगा, तो वे खुलकर खेल नहीं पाएंगे।

क्या पाकिस्तान कर पाएगा वापसी?

अब देखना होगा कि पाकिस्तान टीम सीरीज के बाकी बचे मुकाबलों में वापसी कर पाती है या नहीं। हालांकि, टीम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह साफ है कि अगर युवा खिलाड़ियों को सही तरीके से गाइड किया जाए और उन पर भरोसा रखा जाए, तो वे आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हारिस रऊफ की बातों में दम है – टीम को समर्थन की जरूरत है, न कि सिर्फ आलोचना की।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb

Exit mobile version