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IND vs AUS: श्रेयस अय्यर को मिला ‘फील्डर ऑफ द मैच’ मेडल, भारतीय ड्रेसिंग रूम में रवि शास्त्री ने बढ़ाया जोश

मैच के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में एक खास परंपरा निभाई गई, जिसमें हर मुकाबले के बाद ‘फील्डर ऑफ द मैच’ अवॉर्ड दिया जाता है। इस बार यह सम्मान श्रेयस अय्यर को मिला

भारतीय क्रिकेट टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस रोमांचक मुकाबले में भारतीय टीम की गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग सभी शानदार रहीं। विराट कोहली ने सर्वाधिक 84 रन बनाए और भारतीय खिलाड़ियों ने मैदान पर बेहतरीन फील्डिंग का प्रदर्शन किया।

मैच के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में एक खास परंपरा निभाई गई, जिसमें हर मुकाबले के बाद ‘फील्डर ऑफ द मैच’ अवॉर्ड दिया जाता है। इस बार यह सम्मान श्रेयस अय्यर को मिला, जिन्होंने अपने शानदार डायरेक्ट थ्रो से मैच का रुख बदल दिया। पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने अय्यर को यह मेडल पहनाया, जिसका वीडियो बीसीसीआई ने सोशल मीडिया पर साझा किया।

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भारतीय टीम में नई परंपरा: ‘फील्डर ऑफ द मैच’ अवॉर्ड

हाल के वर्षों में भारतीय टीम ने एक नई परंपरा शुरू की है, जिसके तहत प्रत्येक मैच के बाद बेहतरीन फील्डिंग प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को ‘फील्डर ऑफ द मैच’ का मेडल दिया जाता है। यह जिम्मेदारी टीम के फील्डिंग कोच टी दिलीप निभाते हैं, जो मैच के बाद कुछ खिलाड़ियों को इस अवॉर्ड के लिए नामांकित करते हैं।

इस सेमीफाइनल मुकाबले में टी दिलीप ने रवींद्र जडेजा, श्रेयस अय्यर और विराट कोहली को इस पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया। अंततः यह अवॉर्ड श्रेयस अय्यर को दिया गया, जिन्होंने अपने सटीक निशाने से मैच के निर्णायक क्षण में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी को रनआउट कर दिया।

ड्रेसिंग रूम में रवि शास्त्री की जोशीली स्पीच

इस खास मौके पर टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री को ड्रेसिंग रूम में आमंत्रित किया गया, जिन्होंने न सिर्फ श्रेयस अय्यर को मेडल पहनाया बल्कि पूरी टीम को जीत की बधाई भी दी। अपनी स्पीच में शास्त्री ने टीम वर्क और दबाव में प्रदर्शन करने की अहमियत को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा, “व्यक्तिगत प्रतिभा आपको एक निश्चित स्तर तक पहुंचा सकती है, लेकिन असली जीत तब होती है जब पूरी टीम एक साथ खेलती है। आज मैदान पर दो चैंपियन टीमें थीं, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों का धैर्य, आत्मविश्वास और टीम वर्क जीत की असली वजह बना।”

श्रेयस अय्यर का दमदार थ्रो बना मैच का टर्निंग पॉइंट

इस मुकाबले में श्रेयस अय्यर की फील्डिंग ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। मैच के 48वें ओवर में जब हार्दिक पांड्या गेंदबाजी कर रहे थे, तब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने हल्के हाथ से शॉट खेलकर दो रन लेने की कोशिश की। इसी दौरान श्रेयस अय्यर ने करीब 117 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से एक सटीक डायरेक्ट थ्रो किया, जिससे कैरी को पवेलियन लौटना पड़ा।

अय्यर के इस तेज़ और शानदार थ्रो ने न सिर्फ दर्शकों को रोमांचित कर दिया, बल्कि टीम इंडिया के आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। उनकी इस फील्डिंग की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है।

भारत ने सेमीफाइनल में कैसे दर्ज की जीत?

सेमीफाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 49.3 ओवरों में 264 रन पर सिमट गई। भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कंगारू बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।

जवाब में भारतीय टीम ने 48.1 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया और शानदार जीत दर्ज की। इस मुकाबले में विराट कोहली (84 रन) और केएल राहुल (56 रन) ने महत्वपूर्ण पारियां खेलीं, जबकि भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाकर ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाए रखा।

अब भारतीय टीम 9 मार्च को टूर्नामेंट का फाइनल खेलेगी, जहां उनका मुकाबला एक और मजबूत टीम से होगा। फाइनल में भी टीम इंडिया अपने शानदार प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की पूरी कोशिश करेगी।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb