Tuvalu: भारत में तो शहरी क्षेत्रों से लेकर छोटे कस्बों और गांवों तक बैंकों की शाखाएं आसानी से मिल जाती हैं। यहां बैंकों में अक्सर बड़ी भीड़ देखने को मिलती है। बैंक के कर्मचारी सुबह से शाम तक ग्राहकों की सेवा में व्यस्त रहते हैं। लेकिन अब हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां केवल एक ही बैंक है और यहां एटीएम की कोई व्यवस्था नहीं है। सभी लेनदेन नकद में होते हैं। यह सुनने में भले ही अटपटा लगे, पर यह सच है।
नेशनल बैंक, एकमात्र बैंकिंग सेवा प्रदाता
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हम तुआलु की बात कर रहे हैं, जो एक द्वीप राष्ट्र है। यह दक्षिण प्रशांत महासागर के ओशिनिया क्षेत्र में पोलिनेशिया के उपक्षेत्र में स्थित है। इस देश की जनसंख्या लगभग 11 से 12 हजार के बीच है, और यह दुनिया के सबसे कम जनसंख्या वाले देशों में से एक है। तुआलु केवल 26 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
फुनाफुती इसकी राजधानी है। इस देश की एक खास बात यह है कि यहां का नेशनल बैंक ही एकमात्र बैंकिंग सेवा प्रदाता है। यह बैंक 1980 में बार्कलेज बैंक की सहायक कंपनी के रूप में स्थापित हुआ और इसकी शाखाएं सभी द्वीपों पर मौजूद हैं। ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यहां की मुख्य मुद्रा है, इसके अतिरिक्त तुवालु का अपना सिक्का भी प्रचलित है।
कमाई के साधन
तुआलु 5 सितंबर, 2000 को संयुक्त राष्ट्र का 189वां सदस्य बना। यह देश कॉमनवेल्थ का भी हिस्सा है। ब्रिटिश उपनिवेश का हिस्सा रहने के कारण तुआलु को पहले एलिस आइलैंड्स के नाम से जाना जाता था। 1 अक्टूबर 1978 को तुआलु ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त की और यह एक संवैधानिक राजतंत्र बना, जो आज भी कायम है।
किंग चार्ल्स तृतीय यहां के राष्ट्राध्यक्ष हैं। तुआलु की आय का एक प्रमुख स्रोत इसका इंटरनेट डोमेन .tv है, जिसे बेचकर अच्छी खासी कमाई होती है। इसके अलावा, तुआलु अन्य देशों को मछली पकड़ने का लाइसेंस भी बेचता है, जिससे अच्छा राजस्व प्राप्त होता है।
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