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इस कंपनी ने स्थापित किया नया कीर्तिमान, 10 वर्षों में तैयार किए 5 लाख ‘मेड इन इंडिया’ कार इंजन।

स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने पुणे स्थित अपने प्लांट में 5,00,000 इंजन का उत्पादन कर एक … इस कंपनी ने स्थापित किया नया कीर्तिमान, 10 वर्षों में तैयार किए 5 लाख ‘मेड इन इंडिया’ कार इंजन।Read more

स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने पुणे स्थित अपने प्लांट में 5,00,000 इंजन का उत्पादन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि भारत में कंपनी की उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता को उजागर करती है।

इस कंपनी ने बना दिया नया रिकॉर्ड, बना डाले 5 लाख 'मेड इन इंडिया' कार इंजन

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कंपनी ने 2014 से लेकर अब तक 5 लाख इंजन का निर्माण किया है।

हाइलाइट्स

  • स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने 5 लाख इंजन का उत्पादन किया।
  • पुणे प्लांट में 1.0-लीटर और 1.5-लीटर TSI इंजन निर्मित होते हैं।
  • चाकण प्लांट में 2014 से इंजन का उत्पादन शुरू हुआ।

नई दिल्ली. स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SAVWIPL), जो स्कोडा, वोक्सवैगन, ऑडी, पोर्श और लैम्बोर्गिनी का भारत में संचालन करती है, ने आज यह बताया कि उसने 5,00,000 इंजन का उत्पादन कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है।

ब्रांड ने 2014 से चाकण (पुणे) प्लांट में इंजन का निर्माण शुरू किया है। यह मील का पत्थर भारत में कंपनी की उत्पादन क्षमता के मजबूती को दर्शाता है। वर्तमान में, चाकण प्लांट 1.0-लीटर TSI पेट्रोल इंजन और 1.5-लीटर TSI पेट्रोल इंजन का उत्पादन कर रहा है। 1.0-लीटर यूनिट में उन्नत एग्जॉस्ट उत्सर्जन तकनीक दी गई है, जबकि 1.5-लीटर यूनिट में एक्टिव सिलेंडर टेक्नोलॉजी (ACT) का प्रयोग किया गया है।

स्कोडा ऑटो के प्रोडक्शन और लॉजिस्टिक्स के बोर्ड सदस्य, एंड्रियास डिक ने कहा, “हमारे पुणे संयंत्र में 5,00,000 इंजन का उत्पादन करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो हमारे वैश्विक उत्पादन नेटवर्क में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को और मजबूत करता है। हमारी तकनीक और कार्यबल विकास में निवेश हमारे उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाता है और उच्च गुणवत्ता तथा किफायती पावरट्रेन सुनिश्चित करता है। भारत का उन्नत निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र और कुशल कार्यबल वैश्विक मांग को उच्च गुणवत्ता, कुशल पावरट्रेन समाधानों के साथ पूरा करने में अहम भूमिका निभाता है। यह उपलब्धि हमारे वैश्विक संचालन और भविष्य की वृद्धि के लिए हमारी क्षमता में विश्वास को और मजबूत करती है।”

SAVIPL के प्रबंध निदेशक और CEO, पीयूष अरोड़ा ने कहा, “यह मील का पत्थर पावरट्रेन निर्माण में स्थानीयकरण और नवाचार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। 2014 से, हमने एक मजबूत आधार स्थापित किया है, जो बाजार की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विश्वस्तरीय इंजन विकसित कर रहा है। हमारे मेड-इन-इंडिया इंजनों में उच्च स्तर का स्थानीयकरण समूह के घरेलू स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करने और भारतीय ऑटोमोटिव निर्माण तथा आपूर्ति पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त करने में योगदान देता है। हम अपनी क्षमताओं का विस्तार करने और भारत को विश्वस्तरीय ऑटोमोटिव निर्माण के केंद्र के रूप में मजबूत करने में निवेश जारी रखेंगे।”

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb