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आपकी नई कार, डीलर के लिए छूट: सरकारी नीति के तहत गाड़ी बिक्री पर 25% टैक्स में छूट, स्क्रैप किए बिना सर्टिफिकेट प्रदान कर रहे हैं।

यदि आप अपनी पुरानी कार को स्क्रैप (कबाड़) में बेचने का निर्णय लेते हैं, तो सरकार … आपकी नई कार, डीलर के लिए छूट: सरकारी नीति के तहत गाड़ी बिक्री पर 25% टैक्स में छूट, स्क्रैप किए बिना सर्टिफिकेट प्रदान कर रहे हैं।Read more

नई कार आपकी, छूट का फायदा डीलर को:सरकारी पॉलिसी में गाड़ी बेचने पर टैक्स में 25% छूट, बिना स्क्रैप किए सर्टिफिकेट दे रहे

यदि आप अपनी पुरानी कार को स्क्रैप (कबाड़) में बेचने का निर्णय लेते हैं, तो सरकार की नीति के तहत नई गाड़ी खरीदने पर आपको रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस में छूट मिलती है। इसके लिए स्क्रैप सर्टिफिकेट का प्रस्तुत करना आवश्यक है। लेकिन मध्य प्रदेश में इसका लाभ आम जनता नहीं, बल्कि स्क्रैप सेंटर संचालक उठा रहे हैं। यहां, बिना गाड़ी को स्क्रैप किए स्क्रैप सर्टिफिकेट बेचे जाने की घटनाएं सामने आई हैं। इसमें कार शोरूम संचालक भी शामिल हैं। हाल ही में सीहोर के एक कारोबारी के साथ ऐसी ही गड़बड़ी हुई, जिसके बाद उन्होंने आरटीओ को शिकायत की। इसके परिणामस्वरूप आरटीओ ने कार शोरूम संचालक को नोटिस जारी किया है। दैनिक भास्कर ने स्क्रैप सर्टिफिकेट की खरीद-फरोख्त की जांच की। भास्कर के रिपोर्टर ने राजधानी के एक स्क्रैप सेंटर में बिना पुरानी गाड़ी को स्क्रैप किए स्क्रैप सर्टिफिकेट लेने की डील की। सेंटर का कर्मचारी 20 हजार रुपए में सर्टिफिकेट देने को तैयार हो गया।

सीहोर जिले के भैरुंदा निवासी धर्मेंद्र खंडेलवाल ने अपनी बेटी की शादी में कार गिफ्ट करने का निर्णय लिया। उन्होंने भोपाल के सुरजीत हुंडई शोरूम से 21 लाख में हुंडई क्रेटा कार खरीदी। 25 नवंबर को बेटी की शादी हुई, लेकिन तीन महीने बाद भी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। परेशान होकर धर्मेंद्र ने आरटीओ दफ्तर से जानकारी निकाली और चौंक गए। उन्होंने कार खरीदते समय रोड टैक्स के रूप में 2 लाख 76 हजार रुपए दिए थे, जबकि डीलर ने केवल 2 लाख 7 हजार रुपए ही आरटीओ में जमा किए थे। धर्मेंद्र ने अधिकारियों से यह जानने की कोशिश की, तो उन्हें बताया गया कि उनकी कार के रजिस्ट्रेशन के दस्तावेजों के साथ पुरानी कार का स्क्रैप सर्टिफिकेट लगा हुआ है, जिससे रोड टैक्स में छूट मिली है। दस्तावेजों के अनुसार, जिस कार का स्क्रैप सर्टिफिकेट लगाया गया, उसका नंबर था एमएल05 एच9474, जो मेघालय में रजिस्टर्ड थी।

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भास्कर ने इस मामले में सुरजीत हुंडई के जनरल मैनेजर मोहम्मद साजिद से बात की। उन्होंने कहा कि स्क्रैप सर्टिफिकेट ग्राहक ने ही दिया था। जब रिपोर्टर ने पूछा कि ग्राहक ने तो रोड टैक्स की पूरी राशि का ऑनलाइन भुगतान किया है, तो जीएम ने कहा कि वह मीटिंग में व्यस्त हैं और उनके स्टाफ से बात करने के लिए कहा। हालांकि, भास्कर के रिपोर्टर को सुरजीत हुंडई के स्टाफ से कोई कॉल नहीं आया।

धर्मेंद्र खंडेलवाल ने इस गड़बड़ी की शिकायत भोपाल आरटीओ जीतेंद्र शर्मा को की। शर्मा ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद ग्राहक और शोरूम की तरफ से दिए गए दस्तावेजों की जांच की गई, जिसमें गड़बड़ी पाई गई। दस्तावेजों से स्पष्ट हुआ कि डीलर ने स्क्रैप सर्टिफिकेट लगाकर टैक्स में छूट का लाभ लिया, जबकि ग्राहक ने टैक्स की संपूर्ण राशि डीलर को दी थी। ग्राहक को स्क्रैप सर्टिफिकेट लगाने की जानकारी भी नहीं थी।

दैनिक भास्कर ने यह जानने के लिए कि पुरानी कार को स्क्रैप करने पर जारी होने वाले सर्टिफिकेट कार डीलर्स के पास कैसे पहुंच रहे हैं, आरवीएसएफ (रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैप फेसिलिटी) सेंटर पर जाकर जांच की। भोपाल में तीन स्क्रैप सेंटर हैं। रिपोर्टर ने इन तीनों सेंटरों के संचालकों से बात की और पूछा कि क्या बिना गाड़ी स्क्रैप कराए स्क्रैप सर्टिफिकेट मिल सकता है। दो सेंटर के संचालकों ने इनकार कर दिया, जबकि अयोध्या बायपास पर स्थित काकड़ा आरवीएसएफ सेंटर का संचालक बिना गाड़ी को स्क्रैप कराए सर्टिफिकेट देने को तैयार हो गया।

रिपोर्टर ने उससे बातचीत की, जिसमें संचालक ने बताया कि सर्टिफिकेट 20 हजार में दिया जाएगा। रिपोर्टर ने यह भी पूछा कि सर्टिफिकेट किसके नाम से बनेगा, तो संचालक ने कहा कि वह ग्राहक के नाम से होगा। ग्राहक को नई गाड़ी खरीदने का इरादा है या नहीं, इस पर भी चर्चा की गई। संचालक ने यह आश्वासन दिया कि वह सर्टिफिकेट दिलवा देंगे। इस प्रकार, रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि कैसे स्क्रैप सर्टिफिकेट की खरीद-फरोख्त की जा रही है।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb