80-90 के दशक के मशहूर अभिनेता गोविंदा ने हाल ही में मुकेश खन्ना को एक इंटरव्यू में कई दिलचस्प बातें साझा की। उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा था जब उनके पास एक साथ 49 फिल्में थीं। लेकिन दिलीप कुमार के कारण उन्हें 25 फिल्में छोड़नी पड़ी थीं। इस दौरान गोविंदा ने ये भी बताया कि उन्होंने एक बार 100 करोड़ की फिल्म को ठुकरा दिया था, जिसके बारे में सोचकर वो अक्सर शीशे में देखकर अपने आपको थप्पड़ मारते थे।
जब गोविंदा से पूछा गया कि वो सेट पर लेट क्यों आते थे, तो उन्होंने इसका जवाब दिया कि कोई भी इंसान एक साथ 75 फिल्में नहीं कर सकता। उस समय उनके पास 49 फिल्में फ्लोर पर थीं और वह एक सेट से दूसरे सेट पर भागते रहते थे। उन्होंने बताया कि वह उस समय अनपढ़ थे और फिल्म इंडस्ट्री में आ गए थे। अगर दिलीप कुमार का समर्थन नहीं होता, तो शायद उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता।
गोविंदा ने आगे कहा कि दिलीप कुमार ने उनकी 25 फिल्में छुड़वाने में मदद की। उन्होंने कहा था कि अगर वो इतनी फिल्में छोड़ेंगे, तो उन्हें पैसे लौटाने होंगे। दिलीप कुमार ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह किसी न किसी तरह मदद करेंगे। जब गोविंदा ने फाइनेंसर्स को बताया कि वह फिल्में छोड़ रहे हैं, तो एक फाइनेंसर ने हैरानी जताई कि वह अब जब गरीबी से ऊपर आए हैं, तो दिलीप कुमार के कहने पर 25 फिल्में क्यों छोड़ रहे हैं। गोविंदा ने इस पर कहा कि दिलीप कुमार बहुत अच्छे इंसान हैं और वास्तव में उनकी परवाह करते हैं।
गोविंदा ने यह भी साझा किया कि वह इतनी फिल्में करते थे कि कभी-कभी उनके स्पॉटबॉय बेहोश हो जाते थे, और कभी वह खुद बेहोश हो जाते थे। एक बार, जब वह सेट पर बेहोश हुए, तो होश में आने पर उन्होंने डायरेक्टर से कहा कि चलिए शूट कर लेते हैं। डायरेक्टर ने उन्हें बताया कि वह डेढ़ दिन बाद बेहोशी से उठे हैं।
अंत में, गोविंदा ने बताया कि पिछले साल जब उनके बारे में खबरें आईं कि उनके पास काम नहीं है, उसी वक्त उन्होंने 100 करोड़ की फिल्म ठुकराई थी। इस पर उन्होंने कहा कि वह शीशे के सामने खड़े होकर अपने आपको थप्पड़ मारते थे और सोचते थे कि उनका दिमाग खराब हो गया है। अगर उन्हें इतने पैसे मिलते, तो वह खुद को फाइनेंस कर लेते।