भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस पर कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने विवादास्पद टिप्पणी की। इसके बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने उन पर निशाना साधा। अंततः, शमा मोहम्मद ने अपनी टिप्पणी को हटा दिया और इस मुद्दे पर सफाई पेश की।
विवाद की शुरुआत:
यह विवाद चैंपियंस ट्रॉफी में भारत बनाम न्यूजीलैंड मैच के दौरान शुरू हुआ, जब रोहित शर्मा 17 गेंदों पर 15 रन बनाकर आउट हो गए।
शमा मोहम्मद की विवादित टिप्पणी:
शमा मोहम्मद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के लिए थोड़े मोटे हैं। उन्हें वजन कम करने की जरूरत है। निःसंदेह, वे भारत के अब तक के सबसे अप्रभावी कप्तान हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “रोहित शर्मा में पहले के कप्तानों की तुलना में क्या विशेष है? वे एक औसत दर्जे के कप्तान होने के साथ-साथ एक औसत दर्जे के खिलाड़ी भी हैं, जो भाग्य से भारतीय कप्तान बने।”
भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया:
शमा मोहम्मद की इस टिप्पणी के बाद, भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। दिल्ली सरकार में मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि यह टिप्पणी कांग्रेस नेताओं की मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी को टीम का कप्तान बनाया जाना चाहिए।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस में “फ्रीलांस बकवास बहादुर बसेरा” है, जो देश का सम्मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों का अपमान करते हैं।
कांग्रेस का रुख और शमा मोहम्मद की सफाई:
विवाद बढ़ने पर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा कि शमा मोहम्मद की टिप्पणी उनके निजी विचार हैं और पार्टी इससे सहमत नहीं है। उन्होंने शमा मोहम्मद को इस तरह की टिप्पणी करने से भी मना किया।
इसके बाद, शमा मोहम्मद ने अपनी पोस्ट को हटा दिया और सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा रोहित शर्मा का अपमान करना या मजाक उड़ाना नहीं था। उन्होंने रोहित शर्मा की तुलना विराट कोहली, एमएस धोनी और कपिल देव जैसे कप्तानों से की थी।