### विराट कोहली का धोनी के साथ अनुभव: कप्तानी से लेकर फील्डिंग तक
महेंद्र सिंह धोनी के कप्तान रहते हुए विराट कोहली ने उन्हें फील्डिंग के कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, यह खुलासा कोहली ने हाल ही में आरसीबी इनोवेशन लैब टॉक शो में किया। इस दौरान, उन्होंने अपने अनुभव, संन्यास, ओलंपिक, और आईपीएल में अपने भविष्य के बारे में भी चर्चा की।
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#### कोहली के फील्डिंग सुझाव
कोहली ने कहा, “जब मैं उपकप्तान था, तो मैं हर ओवर के दौरान धोनी के कान में सुझाव देता था कि हमें एक फील्डर डीप मिड विकेट और एक लॉन्ग ऑन पर रखना चाहिए। अगर हम कैच पकड़ लेते हैं, तो हम जीत सकते हैं। धोनी अक्सर कहते थे कि ‘यह पागलपन है।’”
#### मैदान पर भावनाएं
कोहली ने यह भी स्वीकार किया कि मैदान पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करना उनकी आदत बन गई है। उन्होंने कहा, “यह मेरी स्वाभाविक प्रवृत्ति है, और मैंने इससे कभी इनकार नहीं किया। मेरी प्रतिस्पर्धात्मकता हमेशा ऊंची रहती है। आप दिमाग में आक्रामकता रख सकते हैं, लेकिन हर बार उसे जाहिर करना जरूरी नहीं होता। मुझे पता है कि कई लोग इसकी आलोचना करते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसे भी लोग हैं जिन्हें यह पसंद आता है।”
#### महिला प्रीमियर लीग का प्रभाव
महिला प्रीमियर लीग के प्रभाव पर बात करते हुए कोहली ने कहा, “अब नजरिया बदल चुका है। मुझे लगता है कि अन्य खेलों में भी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और देश से उन्हें सराहना मिल रही है।”
#### ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी
कोहली लॉस एंजेलेस ओलंपिक में क्रिकेट की भागीदारी को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग ने इस खेल को ओलंपिक में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पेरिस ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी 1900 के बाद पहली बार होगी, जो भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय साबित होगा।
विराट कोहली का यह अनुभव हमें यह सिखाता है कि खेल में विचारों का आदान-प्रदान और भावनाओं का प्रदर्शन कितने महत्वपूर्ण हैं। उनके और धोनी के बीच का यह रिश्ता हमें प्रेरित करता है कि कैसे एक टीम में सहयोग और संवाद से सफलता हासिल की जा सकती है।