शाहरुख खान 2001 में अमेरिका में थे, जब न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमला हुआ था। इस बारे में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह 9/11 के समय न्यूयॉर्क में मौजूद थे। उनके साथ इस वक्त उनका परिवार और करण जौहर की मां हीरू जौहर भी थीं।
उन्हें घर लौटने के लिए विशेष अनुमति भी लेनी पड़ी थी। DW न्यूज से बातचीत करते हुए शाहरुख ने कहा, “मैं उस समय न्यूयॉर्क में था। मेरे साथ करण जौहर की मां हीरू, मेरी पत्नी गौरी और मेरा बेटा आर्यन भी थे। हमें फिल्म ‘अशोका’ के लॉन्च के लिए इंटरव्यू देना था, जबकि बाकी की टीम ने हमसे चार घंटे पहले टोरंटो जाने का फैसला किया था।”
इस समय शाहरुख अपनी फिल्म ‘माई नेम इज खान’ का भी प्रचार कर रहे थे, जो आतंकी हमले के बाद पश्चिमी देशों में बढ़ते इस्लामोफोबिया पर आधारित थी। उन्होंने आगे कहा, “मैं सो रहा था, तभी अचानक करण जौहर की मां आईं और उन्होंने मुझे जगाते हुए आतंकी हमले के दृश्य दिखाए। उन्होंने टीवी पर जो न्यूज दिखाई, उसमें प्लेन क्रैश होने की जानकारी थी। शुरुआत में मुझे लगा कि हमारी टीम का प्लेन क्रैश हो गया है, इसलिए वह मुझे इसके बारे में बता रही थीं। उस समय मैं सोचने में असमर्थ था कि मुझे क्या करना चाहिए। मेरे कमरे के नीचे मीडिया इंटरव्यू के लिए इंतजार कर रहा था, जबकि मैं खुद को उस स्थिति में पाकर हैरान था।”
शाहरुख ने बताया कि वे अगले कुछ दिनों तक न्यू यॉर्क में फंसे रहे, क्योंकि सभी फ्लाइट्स रद्द हो गई थीं। लेकिन कुछ दिनों बाद उन्हें अधिकारियों से विशेष अनुमति मिल गई और वह अपने परिवार और करण की मां के साथ टोरंटो चले गए। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना का उन पर गहरा असर पड़ा, जैसे कि अन्य लोगों पर भी पड़ा था।