Posted in

“पीएम मोदी का भोजपुरी ट्वीट: मॉरीशस में गूंजा यूपी-बिहार का बोलबाला, भारतीय-कैरिबियन श्रमिकों ने बनाया चटनी म्यूजिक!”

**प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरीशस दौरा: भोजपुरी भाषा की समृद्धि का जश्न** प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने … “पीएम मोदी का भोजपुरी ट्वीट: मॉरीशस में गूंजा यूपी-बिहार का बोलबाला, भारतीय-कैरिबियन श्रमिकों ने बनाया चटनी म्यूजिक!”Read more

मॉरीशस से PM मोदी का भोजपुरी में ट्वीट:यूपी-बिहार की भाषा मॉरीशस पहुंची, भारतीय-कैरैबियन मजदूरों ने बनाया चटनी म्यूजिक

**प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरीशस दौरा: भोजपुरी भाषा की समृद्धि का जश्न**

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर मॉरीशस का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने भोजपुरी भाषा में एक ट्वीट किया, जो कि स्थानीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मॉरीशस में भोजपुरी भाषा की व्यापक लोकप्रियता है, और यहां के नेता अक्सर अपने चुनावी प्रचार में भोजपुरी का उपयोग करते हैं ताकि वे भोजपुरी भाषियों तक अपनी बात प्रभावी ढंग से पहुंचा सकें। इसके साथ ही, नेपाल और फीजी जैसे देशों में भी भोजपुरी बोली जाती है।

Also Read: निजी रोजगार: Agoda ने ग्राहक अनुभव विशेषज्ञ के लिए एक पद की घोषणा की है; स्नातकों से आवेदन आमंत्रित हैं, 1 साल का अनुभव आवश्यक है।

भोजपुरी का इतिहास मॉरीशस में लगभग 190 वर्ष पुराना है। 2 नवंबर 1834 को, भारतीय मजदूरों को एटलस नामक जहाज के जरिए मॉरीशस भेजा गया था। इन मजदूरों को गिरमिटिया मजदूर कहा जाता था, और उनका प्रमुख उद्देश्य मॉरीशस को एक कृषि प्रधान देश के रूप में विकसित करना था। ब्रिटिश राज के दौरान, 1834 से 1924 के बीच, बड़ी संख्या में भारतीय मजदूरों को यहां भेजा गया, जिनमें से लगभग 80% बिहार से थे और वे मुख्य रूप से भोजपुरी बोलते थे। यही कारण है कि भोजपुरी भाषा मॉरीशस में इतनी गहराई से फैल गई।

ब्रिटिश काल में, यूपी-बिहार के कई मजदूरों को कैरिबियन देशों में गन्ने के खेतों में काम करने के लिए भेजा जाता था। इस दौरान भारतीय और अफ्रीकी समुदायों के बीच सांस्कृतिक मेलजोल हुआ। भारतीय महिलाएं ढोलक और हार्मोनियम के साथ गाने गाती थीं, जिन्हें अफ्रीकी समुदाय ने पसंद किया। इस सांस्कृतिक विनिमय के परिणामस्वरूप कैरिबियन म्यूजिक में भोजपुरी गीतों का एक अद्भुत मिश्रण हुआ, जिसे चटनी म्यूजिक के नाम से जाना जाता है। यह संगीत मॉरीशस, ट्रिनिडाड, टोबैगो, गुयाना, सुरीनाम और जमैका में बेहद लोकप्रिय है।

भोजपुरी का एक अनोखा संबंध मध्य प्रदेश से भी है। कहा जाता है कि मध्यकाल में भोजपुर से भोजवंशी राजा बिहार गए और वहां भोजपुर नाम का गांव बसाया, जिससे भोजपुरी भाषा की उत्पत्ति मानी जाती है। आज भोजपुर नामक एक बड़ा परगना आरा जिले के बक्सर में स्थित है।

भोजपुरी भाषा आज भी प्रासंगिक है, और यह सोशल मीडिया पर भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। भारत में भोजपुरी फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री तेजी से बढ़ी है। अब सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स भी भोजपुरी गानों पर रील्स बना रहे हैं। इसके अलावा, भोजपुरी में वेब शोज और हॉलीवुड फिल्म डबिंग भी हो रही है। आईपीएल में क्रिकेट कमेंट्री से लेकर फिल्मों की डबिंग तक, आजकल हर जगह भोजपुरी का बोलबाला है।

यदि आप भोजपुरी भाषा के साथ करियर के नए विकल्प तलाश रहे हैं, तो यह सही समय है। ऐसी ही और रोचक खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें!

**ताज़ा खबरें:**

* **राजस्थान कोचिंग सेंटर्स बिल 2025:** राज्य कैबिनेट ने पास किया बिल, छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता। इस बिल के अंतर्गत मिड सेशन छोड़ने पर कोचिंग फीस लौटाई जाएगी। पूरी जानकारी के लिए पढ़ते रहें…

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb